खुशियाँ घूम-घामकर फिर से मन की खिड़की पर झाँकती मिलेगी ! खुशियाँ घूम-घामकर फिर से मन की खिड़की पर झाँकती मिलेगी !
जो है अब भी अधूरी चीख चीख कर करती है जो गुहार अपनी पूर्णता की अपनी समाप्ति की। जो है अब भी अधूरी चीख चीख कर करती है जो गुहार अपनी पूर्णता की अपनी समाप्ति क...
स्पर्धाएं क्या कभी खत्म होंगी एक दूसरे से आगे निकल जाने की। स्पर्धाएं क्या कभी खत्म होंगी एक दूसरे से आगे निकल जाने की।
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।
भगवान ने दी जल, अग्नि, वायु और हमने इन्हें ही दूषित कर दिया। सब समाप्ति के कगार पर ला दिया और पूछ... भगवान ने दी जल, अग्नि, वायु और हमने इन्हें ही दूषित कर दिया। सब समाप्ति के कगा...
उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है। उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है।